मार्च वो महीना है जब हम इतिहास में झांकते हैं और सम्मानित करते हैं महिला कलाकारों की उपलब्धियों का। क्या आपने रॉसलबा कर्रिएरा के बारे में सुना है ? नहीं ? इसी वजह से मार्च में डेली आर्ट में आप बहुत सी महिला कलाकारों के बारे में पढ़ेंगे। हमारे इंस्टाग्राम , फेसबुक व् यकीनन डेली आर्ट मैगज़ीन पर।
18वीं सदी के पहले अर्ध शताब्दी में इटली व् फ़्रांस में रॉसलबा कर्रिएरा ने ख़ास विशिष्टता प्राप्त कर ली थी पेस्टल पोर्ट्रेट कला में। किसी और महिला कलाकार को उस दौर में इतनी कामयाबी और ख्याति नहीं मिली जितनी के रॉसलबा को प्राप्त हुई। "तोते के साथ एक युवती" कर्रिएरा का एक विस्मयकारी चित्र है जहाँ उन्होंने पोर्ट्रेट व् व्यंजनात्मक पद्यति के मेल से ये चित्र बनाया। रंगीन तोता एक दम्भकारी चालाकी का प्रतीक है जहाँ युवती छुपे हुए स्तन का अनावरण कर रही है पर ये उत्तेजना पूर्ण भाव का ध्यान शरारती तोते पर जाता है। भारी रंगों का उपयोग व् भाप जैसे असर का उपयोग ,"तोते के साथ एक युवती" को रॉसलबा की सबसे महत्वपूर्ण पोर्ट्रेट बनता है। इस पेस्टल में एक अंग्रेज़ युवती का चित्रण किया गया है , हो सकता है ये मेनचेस्टर के लार्ड की बेटी का चित्र हो। इस चित्र का मॉडल कोई भी रहा हो, पर इस चित्र की सुंदरता और कामुकता उस दौर के कला को वर्णित करती है, रॉसलबा को इटली व् फ्रांस में रोकोको पद्यति के जनक के रूप में .
कल मिलते हैं - उरोपीना के साथ मिल कर हमने आपके लिए कुछ ख़ास तैयार किया हैं।