मार्टिन बेंका- वाइयलिन और बो। by Martin Benka - १९४६ - ६४ cm मार्टिन बेंका- वाइयलिन और बो। by Martin Benka - १९४६ - ६४ cm

मार्टिन बेंका- वाइयलिन और बो।

लकड़ी • ६४ cm
  • Martin Benka - 21 September 1888 - 28 June 1971 Martin Benka १९४६

मार्टिन बेंका प्रदर्शनी स्लोवाक राष्ट्रीय संग्रहालय- ब्राटिस्लावासंग्रहालय और स्लोवाक राष्ट्रीय संग्रहालय- मार्टिन बेंका संग्रहालय का मिलित उद्यम है। यह प्रदर्शनी महान स्लोवाक चित्रकार मार्टिन बेंका (१८८८-१९७१) के १३० व जन्मोत्सव को समर्पित है। यह सितम्बर २०१९ तक ब्राटिस्लावा दुर्ग के ऐतिहासिक संग्रहालय में प्रदर्शित किया गया है।

चित्रकला के अलावा, बेंका ग्राफ़िक डिज़ाइन, इलुस्ट्रेशन, आर्किटेक्टराल डिज़ाइन और ख्यूद्र वस्तु के बनावट में भी रुचि रखते थे। मार्टिन को संगीत से काफ़ी लगाव था। अपने जीवनी में उन्होंने यह तक लिखा हे कि वे द्वन्द में थे की वो संगीतकार बने या चित्रकार। वह १४ साल के उम्र से ही वाइयलिन बजाना चालू कर दिए थे। पर उन्होंने अपने संगीत के प्रेम को जीवित रखा अपने ही स्टूडीओ में, जहाँ वो अपने दोस्तों को बुला कर अपने संगीत सुनाते थे। वो एक कॉन्सर्ट का हिस्सा बनके एक स्ट्रिंग क्वॉर्टेट का अंग बनते थे और लोगों को अपने स्टूडीओ में संगीत सुनते थे। उन्होंने ख़ुद भी काफ़ी संगीत की रचना की हे। स्लोवाक श्रीनगार से प्रेरित होकेहोके, क्यूबिज़म के इस्तेमाल से उन्होंने काफ़ी प्रयास के बाद एक ख़ुदका अनोखा वाइयलिन बनाया। वो उस वाइयलिन को क्लासिकल वाइयलिन जैसा स्वर उत्पन्न करने जैसा बनाया। अपने पूरे जीवन काल में उन्होंने क़रीब १३ वाइयलिन या तो बनाया हे नहीं तो पुराने वाइयलिन को एक नया रूप दिया है। उनमें से एक आज इस प्रदर्शनी में सामिल हे।

- मोनिका वालेकोवा

पी.एस.- विभीन्न वाद्य यंत्रों का वर्णन कारवागीयो के ‘द मूसिकीयंस’ में हे, जो आप यहाँ प्राप्त कर सकते हैं here!