इस अनूठे चीनी मिट्टी सेट को पोलिश-अमेरिकी कलाकार, लुबुमिर टॉमसज़ूसकी ने मिलिओ पोर्सिलेन के लिए १९६१ में बनाया था I वे वॉरसॉ के सिरेमिक्स एंड ग्लास स्टूडियो ऑफ़ द इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडस्ट्रियल डिज़ाइन के लिए काम करते थे जो एक अभिनव संस्थान था जिसका लक्ष्य युद्ध के बाद पोलैंड में आधुनिक जीवन की रचना करना था I
डोरोटा टॉमसज़ूसकी के एर्गोनॉमिक आकIर ढूंढने के अनुसंधान की उपज थी I रचनाकार ने ध्यान दिया की प्यालों और पात्रों की मूठ आसानी से टूट जाती थी और चीनी मिट्टी का रख रखाव मुश्किल था I उन्होंने तय किया कि एक हाथ में पकड़े जाने वाले आकर्षक आकार को बना के मूठ की जरुरत को ही ख़त्म कर दिया जाये I कलाकार ने इस कृति को अपनी एक पुत्री के ऊपर नाम दिया I
डोरोटा चीनी मिट्टी सेट को १९६३ में बोर्ड ऑफ़ द इंडस्ट्रियल डिज़ाइनर एसोसिएशन की प्रदर्शनी, पेरिस में स्वर्ण पदक मिला I ऐसा कहा जाता है की रोसेंथल (जर्मन चीनी मिट्टी कारखाना) टॉमसज़ूसकी के डिज़ाइन को खरीद कर वृहद् स्तर पर इसका उत्पादन करना चाहती थी किन्तु राजनितिक कारणों से ऐसा हो न सका I निराश होकर ये कलाकार अमेरिका चले गए और ब्रिजपोर्ट विश्वविद्यालय में औद्योगिक डिज़ाइन के प्रोफेसर बन गए I अमेरिका जाने के उपरांत, उन्होंने अग्नि चित्रों और प्रतिमाओं को प्रकृति के साथ एकसार कर के बनाना आरम्भ किया I उनका चीनी मिट्टी सेट लंदन के विक्टोरिया एंड अल्बर्ट म्यूजियम के स्थायी संकलन का हिस्सा है I
पि.एस.मैं इस सुन्दर प्याले में कॉफी पीना पसंद करुँगी ! यहाँ आपको कॉफ़ी प्रेमी के लिए हमारी सर्वोत्कृष्ट रचनाओं का संकलन मिलेगा ! एक प्याला ले और कला का आनंद उठाएं I <3