स्विस चित्रकार एंजेलिका कॉफ़मैन १८ वीं शताब्दी के सबसे प्रसिद्ध कलाकारों में से एक थीं, जो अपने पोर्ट्रेट्स और इतिहास चित्रों के लिए जानी जाती थीं। ड्रेसडेन की इस पेंटिंग में वह "वेस्टल वर्जिन" के लोकप्रिय चित्र को पुनः जागृत करती हैं। वेस्टल वर्जिन रोमन देवी वेस्टा के पूजनीय पुजारियों में से एक थीं, जिनके मंदिर मेंवह अग्नि को प्रज्वलित करके रखती थीं। पेंटिंग में तेल का दीपक इसी का एक संदर्भ है। उनकी पवित्रता के कारण, वह आध्यात्मिक शुद्धता के प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व के लिए अनुकूल थीं।
बेदाग सफेद कपड़े पहनकर, आंशिक रूप से घूंघट में सजी हुई वेस्टल वर्जिन ने अपनी आंखों को दर्शकों से दूर एवं छाँव में रखा है। यह समकालीन आदर्शों वाली मध्यम वर्गीय महिला के गुणी और विनम्र रूप को दर्शाता है।
मारिया एना एंजेलिका कॉफ़मैन आरए को आमतौर पर अंग्रेजी में एंजेलिका कॉफ़मैन के नाम से जाना जाता है। वह एक नियोक्लासिकल चित्रकार थीं जिनका लंदन और रोम में सफल व्यवसाय था। मुख्य रूप से इतिहास चित्रकार के रूप में याद किए जानेवाली कॉफ़मैन एक कुशल चित्रकार, परिदृश्य और सजावट चित्रकार थीं। १७६८ में वह मैरी मोसर के साथ रॉयल अकादमी लंदन की दो महिला संस्थापक सदस्यों में से एक थीं।
इस खूबसूरत पेंटिंग को देखने के लिए आप जर्मनी में स्थित राज्य कला संग्रह ड्रेसडेन जा सकते हैं।
अनुलेख: एंजेलिका कॉफ़मैन नियोक्लासिकल कला की सच्ची रानी थी! उनके बारे में यहाँ और पढ़ें। <३


वेस्टल वर्जिन के रूप में एक महिला का पोर्ट्रेट
ऑइल ऑन कॅनवास • ९१.५ x ७१.५ से.मी.