एना कॅटरीना बॉबर्ग (१८६४ - १९३५) सात बच्चों में से छठी थीं। उन्होंने फ्रेंच और थोड़े समय के लिए पेरिस के जूलियन एकेडमी में पेंटिंग का अध्ययन किया था। पेरिस में वह अपने भावी पति, आर्किटेक्ट फर्डिनेंड बॉबर्ग से भी मिलीं थीं। उन्होंने १८८७ में पेंटिंग शुरू किया और १८८८ में अपनी पहली प्रदर्शनी लगायी थी। पेंटिंग के बाद, उन्होंने कपड़ों के साथ काम किया और उनका इस्तेमाल कर दर्शनीय स्थल बनाए। १९०१ की गर्मियों में एना बॉबर्ग ने पहली बार नॉर्वे और लोफोटेन की यात्रा की थी। ग्रामीण इलाके, विशेष प्रकाश, औरोरा बोरियालिस और आधी रात के सूरज ने उनपर गहरा प्रभाव डाला था। उन्होंने इस क्षेत्र में एक शीतकालीन घोंसला एवं एक ग्रीष्मकालीन घर बनाया और ३० से अधिक वापसी यात्राएँ कीं थीं। एना बॉबर्ग एक शानदार कलाकार थीं जिन्होंने अपने जीवन काल में कई पेंटिंग्स बनायीं थीं। इस पेंटिंग का शीर्षक महत्वपूर्ण है। पहली नज़र में यह जाड़े के मध्य का दृश्य दिखाई पड़ता है। लेकिन वास्तव में यह वसंत का चित्र है।
हम आज की पेंटिंग यूरोपियाना की बदौलत पेश करते हैं जो स्टॉकहोम में स्थित नेशनलम्यूजियम के संग्रह का हिस्सा है। <3 आपको याद दिला दें कि हम महिला इतिहास माह का उत्सव मना रहे हैं। :)
अनुलेख: यदि आप एना की तरह उत्तर की यात्रा करने का सपना देखते हैं, तो २१ वीं सदी के ग्रैंड टूर के बारे में हमारे लेख को यहाँ पढ़ें!


आर्कटिक में वसंत का एक दिवस. उत्तरी नॉर्वे से बनाया गया अध्ययन
ऑइल ऑन कॅनवास • १०० x ८० से.मी.