रोज़ा बोनहर एक फ्रांसीसी कलाकार थीं, जिन्हें सबसे अधिक जानवरों की चित्रकारी के लिए जाना जाता था। और आज यह रहा: एल सिड, एक शेर! :)
फ्रेंको-प्रशिया युद्ध के दौरान, बोनहर ने इन जानवरों के प्रति एक विशेष प्यार विकसित किया। उनके जीवन के अंतिम वर्षों में उनकी साथी, ऐना क्लम्पकी के अनुसार, बोनहर हमेशा जानवरों की आदिम ऊर्जा की तरफ आकर्षित होंती थीं। उन्होंने मेलों में उनका अध्ययन करना शुरू किया, जहाँ वह घोड़ों और मवेशियों को देखने के लिए पतलून पहन कर जाती थीं। एसा पहनावा चुनने की वजह से उन्हे अधिकारियों से "ट्रांसवेस्टाइट परमिट" लेना पड़ा, क्योंकि उस दोरान केवल पुरुष ही कानूनी रूप से पतलून पहन सकते थे।
बोनहर को विशेष रूप से बिल्लियों में रुचि थी, जैसा कि इस एटलस शेर से स्पष्ट है। इस काम का शीर्षक (एल सिड) अपने स्पेन के संबंध के साथ स्वतंत्रता, विद्रोह और साहस को भी उजागर करता है; वे मूल्य जिन्हें बोनहर ने अपने जीवन में और जानवरों के चित्रण के माध्यम से व्यक्त किया, जो उनके काम का प्रमुख विषय बन गये।
जून एलजीबीटीक्यू + का महीना है और यह चित्र हमारे जश्न का एक हिस्सा है।