मैरीएन नॉर्थ विक्टोरियन समय की अंग्रेज जीवविज्ञानी और वनस्पति कलाकार (बोटैनिकल आर्टिस्ट) थीं। वह कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय थीं, अपने वनस्पति और परिदृश्य पेंटिंग्स, अपनी व्यापक विदेश यात्रा, अपने लेखन, पौधों की खोज, और क्यू के रॉयल बोटैनिक गार्डन में अपनी गैलरी के निर्माण के लिए जानी जाती हैं।
पारंपरिक विक्टोरियन दृष्टिकोण से भिन्न दिशा में जाकर मैरिएन ने वनस्पति कला की परंपराओं को निरर्थक किया। उस समय बोटैनिकल आर्ट को वाटर कलर (जल रंगों) में, हल्के रंग की पृष्ठभूमि पर बनाया जाता था, ताकि पौधों के रंग वास्तविक लगें। नॉर्थ ने इस कायदे को तोड़ा, और तेल के रंगों का इस्तेमाल किया, जिससे उनके चित्र अधिक जीवंत और प्रभावशाली लगते थे। वह पौधों को उनके प्राकृतिक हालात में चित्रित करती थीं, और कभी-कभी अपनी रचनाओं में पक्षु, मंदिर और मनुष्यों को भी शामिल करती थीं।
उन्होंने दुनिया भर में यात्रा की और उसका अन्वेषण किया, कैलिफोर्निया के रेडवुड पेड़ों से लेकर बोर्नियो के पिचर प्लांट्स तक। उन्होंने अपना लक्ष्य बना लिया था, कि सुदूर स्थलों के अधिक-से-अधिक पौधों को चित्रित करें। हम उनकी चित्रकारी आगे और भी प्रस्तुत करेंगे, क्योंकि यह सच में इतनी अदभुत है !
आपका शनिवार मंगलमय हो!
पी.एस. मैरिएन नॉर्थ को हमारे फ्लावर्स इन आर्ट 50 पोस्टकार्ड सेट में पेश किया गया है, इसे आप हमारी डेलीआर्ट शॉप से खरीद सकते हैं। :)
पी.पी.एस. नॉर्थ एकमात्र ही अग्रणी वनस्पति महिला कलाकार नहीं थीं। उनकी कहानी मारिया सिबिला मेरियन की कहानी से मिलती-जुलती है, एक ऐसी कलाकार जिन्होंने विज्ञान को बदल डाला!