क्लारा पीटरस, एक महिला चित्रकार, 17वीं सदी के पहले भाग में, फ्लैंडर्स और हॉलैंड में सक्रिय थीं। उनके बारे में अधिक जानकारी प्राप्त नहीं है। लेकिन जो जानते हैं, वह यह है कि वह स्थिर-जीवन कलाकृतियों की विदुषी (मास्टर) थीं, और वह भी ऐसे समय में, जब महिलाओं का, आमतौर पर, व्यावसायिक रूप से कला का अनुसरण करना अनुचित माना जाता था, और कभी-कभार ही गिल्ड (संघ) में शामिल किया जाता था।
पीटर्स ने स्थिर-जीवन की कुशलतापूर्वक प्रस्तुति में विशेषज्ञता हासिल की - महिला चित्रकारों के लिए यह, कुछ ही विषयों को उपयुक्त माने जानो में से एक था। उनकी तकरीबन 30 कृतियों की मौजूदगी आज जानी जाती है, जो पेंट की पतली, महीन परतों के लेप, करीब-करीब एकरंगी, समान-रंगी प्रिय-रंग (पैलेट) और आनंददायक, सुखद विवरण से जानी जाती हैं। उनकी कई रचनाओं में साधारण सजावट का आयोजन दिखता है, और कई, जैसे केकड़ा, झींगा और झींगुर के साथ स्थिर जीवन में विस्तृत और सुसंपन्न आयोजन भी बना हुआ है। इस कृति में आहार की वरदान्यता के साथ-साथ मूल्यवान धातु एवं मृतिकाशिल्प वस्तुएं भी चित्रित है, जिससे यह कसी हुई और संतुलित दिखती है।
खुद कलाकार की तरह इस कृति का अर्थ भी कुछ रहस्य में ही गुम है। क्या यह महज़ एक वैभवपूर्ण दावत की पेंटिंग है, जो उसके मालिक की सांसारिकता, धन-संपत्ति और सभ्यता को प्रदर्शित करने के लिए एक लोकप्रिय रचना-पद्धति है? भरपूर दावत-बुफे, और कीमती अति-अलंकृत बर्तन (सर्विंग वेयर) निश्चित रूप से समृद्धि का संकेत देते हैं।
किसी भी नज़रिये से देखें ... मुझे तो उनकी पेंटिंग्स देखने से भूख जरूर लगने लगती है !
पी.एस. आपको पीटर्स की कृतियां हमारे इस गज़ब के सेट में मिलेंगी, महान महिला कलाकार 50 पोस्टकार्ड सेट !
पी.पी.एस. यह हैं 5 अन्य बारोक महिला चित्रकार जिनकी जानकारी सभी को होनी चाहिए !